• छात्राओं को नकल व पास करवाने के लिए बुलाया जाता था होटलों में
  • शिक्षा निदेशालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कमेटी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के दिए आदेश
    मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट
    फरीदाबाद/चंडीगढ़, 16 मई:
    सतयुग में गुरू और शिष्य का रिश्ता बड़ा पवित्र माना जाता था। लेकिन आज के इस कलयुग में इस रिश्ते के मायने सिवाय मौकापरस्ती के कुछ नहीं रह गए है। आलम यह है कि अब गुरू अपने शिष्यों को परीक्षाओं में नकल और पास करवाने के लिए उनकी अस्मत/इज्जत से खेलने में भी कोई गुरेज/परहेज नहीं करते हैं।
    ऐसा ही एक मामला यहां सैक्टर-16ए स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में सुनने को मिला जहां कॉलेज के स्टॉफ ने एक छात्रा को परीक्षा में पास करवाने के लिए उसकी इज्जत से खेलने की कोशिश की। वो बात अलग है कि पीडि़त छात्रा इनके बहकावे में नहीं आई और उसने दबंगई/मर्दानगी का परिचय देते हुए कॉलेज स्टॉफ के उन तीनों लोगों की काली करतूतों का पर्दाफाश कर डाला जो उसकी इज्जत से खेलना चाहते थे। जब इस पूरे मामले की शिकायत सबूतों सहित पीडि़त छात्रा ने कॉलेज की प्रिंसीपल से की और यह मामला सरकार की जानकारी में आया तो उच्चतर शिक्षा विभाग ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपित एसोसिएट प्रोफेसर सी.एस. वशिष्ठ, जूनियर लैब अटेंडेंट जगदेव एवं चपरासी विक्रम तीनों को ही प्राथमिक रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए इस मामले में गठित उच्च स्तरीय जांच समिति को एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट देने के आदेश भी दिए हैं।
    जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के सैक्टर-16ए स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में कोमल (काल्पनिक नाम) नामक एक छात्रा द्वारा यौन उत्पीडन मामले की शिकायत प्राचार्य को दी गई थी। शिकायत में कहा गया था कि कॉलेज में स्टॉफ के तीन लोगों की तिकड़ी छात्राओं को अपने जाल में फंसा कर उन्हें एग्जाम में पास कराने के नाम पर उनका शारीरिक शोषण करती है जिनका सिलसिला ये एडमिशन के समय ही शुरू कर देते थे। बाकायदा कॉलेज की ही एक छात्रा ने स्टॉफ के नाम लिखकर लगाए हैं। पीडि़त छात्रा ने शिकायत के साथ ही कॉल रिकॉर्डिंग व विडियो रिकॉर्डिंग भी प्राचार्य को सबूत के तौर पर सौंपीं है जिसमें ये आरोपी छात्राओं के नाम लेते हुए भी सुनाई दे रहे हैं।
    प्राचार्य को दी शिकायत में छात्रा कोमल ने आरोप लगाया कि कॉलेज में तीन लोगों की तिकड़ी छात्राओं को अपने जाल में फंसा कर उनका शोषण करती है। एडमिशन के समय से ही इनका सिलसिला शुरू हो जाता है। ये छात्राओं के मोबाइल नंबर हासिल कर उनसे बातचीत बढ़ाते हैं, उन्हें पेपरों में पास कराने का लालच देते हैं। बाकायदा यह कहा जाता है कि तुम्हारा पेपर अलग कमरे में बैठा कर करवा देंगे। इसकी एवज में शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया जाता है। फोन पर भी अश्लील वार्तालाप किया जाता है और संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है। पत्र में छात्रा ने आरोप लगाए हैं कि इस तिकड़ी में एक असोसिएट प्रोफेसर, एक जूनियर लैब असिस्टेंट व एक चपरासी शामिल है। इस तिकड़ी का मास्टर माइंड असोसिएट प्रोफेसर को बताया गया है, जबकि सारी डील जूनियर लैब असिस्टेंट करता है।
    आरोप है कि छात्राओं को जाल में फंसा कर पहले पेपर कराने की एवज में रुपये की बात की जाती है और बाद में धीरे-धीरे शारीरिक संबंधों तक पहुंच जाती है। इन्हें एक्सपोज करने के लिए छात्रा ने गुप्त कैमरे से बाकायदा बातचीत का एक विडियो भी तैयार किया है। इसमें जूनियर लैब असिस्टेंट खुलकर सारी बात करता दिखाई भी देता है। इसके अलावा छात्रा ने एक कॉल रिकॉर्डिंग भी की है। इस कॉल रिकॉर्डिंग में दूसरी छात्राओं को अपने साथ लेकर जाने की बात भी संबंधित व्यक्ति ने कबूल की है। साथ ही उसका पेपर कराने का दावा भी किया है। छात्राओं के साथ बाहर जाने में कोई दिक्कत न हो, इसलिए हरियाणा टूरिज्म के दो सरकारी होटल में कमरा बुक कराने की बात भी इसमें कही गई है। वहीं, छात्रा ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि ये तीनों मिल कर कई छात्राओं की जिंदगी को बर्बाद कर चुके हैं। अगर पूरे मामले की जांच की जाए तो यह शारीरिक शोषण का प्रदेश का सबसे बड़ा मामला साबित हो सकता है।
    शिकायत मिलने के बाद प्राचार्य द्वारा स्टॉफ की पांच महिलाओं की कमेटी बनाकर उनसे इस मामले में रिपोर्ट तलब की गई थी। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक ए.श्रीनिवासन ने राज्य यौन उत्पीडन समिति को जांच सौंपते हुए एक सप्ताह के अंदर पूरी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके आधार पर आगामी विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।
    इस तिगड़ी पर आरोप है कि ये छात्राओं के मोबाइल नंबर हासिल कर उनसे बातचीत बढ़ाते हैं, उन्हें पेपरों में पास कराने का लालच देते हैं। वहीं कॉल रिकॉर्डिंग में छात्राओं का शोषण करने वाली इस तिकड़ी का एक आरोपी यह कहता साफ सुनाई देता है कि दो घंटे की ही तो बात है। बडख़ल एरिया में एक हजार रुपये में दो घंटे के लिए कमरा मिल जाएगा। किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। कॉल रिकॉर्डिंग में वह छात्रा पर दबाव डालता हुआ सुनाई देता है। साथ ही छात्रा का नाम लेकर उसे पेपर में पास कराने व उसके साथ समय बिताने की बात कहता सुनाई देता है।
    बताया जा रहा है कि छात्रा ने यह शिकायत पहले अपने कॉलेज के एक प्रोफेसर को दी थी। काफी समय तक जब इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो छात्रा ने इस पूरे मामले की विस्तार से शिकायत प्राचार्य को दे दी। शिकायत के साथ ही कॉल रिकॉर्डिंग व विडियो रिकॉर्डिंग भी उन्हें सौंपी गई।
    बताया जा रहा है कि छात्रा ने एक विडियो भी प्राचार्य को सौंपी है। इसमें छात्रा अपनी जगह एक अन्य लड़की भेजने की पेशकश संबंधित स्टॉफ को करती सुनाई देती है। इस पर कॉलेज की तिगड़ी में शामिल एक सदस्य दूसरी लड़की के बारे में जानकारी लेता सुनाई देता है। वह लड़की का पता पूछता है, उसका रंग-रूप आदि के बारे में जानकारी लेता है।
    प्रोफेसर को दी थी शिकायत, लड़की का पूछा रंग-रूप, घंटों के हिसाब से लेते कमरा, 15 दिन पहले दी थी शिकायत:-
    इस मामले में कॉलेज के प्राचार्य नरेंद्र कुमार का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद से जांच शुरू कर दी है और इसके लिए कॉलेज स्टॉफ की पांच महिलाओं की कमेटी बनाई गई है। प्राचार्य कु मुताबिक उन्हें करीब 15 दिन पहले उक्त शिकायत मिली थी। जैसे ही शिकायत मिली, तुरंत जांच प्रक्रिया शुरू करवा दी गई थी। -क्रमश:

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