मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 18 जून:
आखिरकार बैंक ऑफ बड़ौदा ने शहर के नामचीन बिल्डर रहे एसआरएस ग्रुप के डॉयरेक्टर एवं नानकचंद सरपंच के बेटे बिशन बंसल की सैक्टर-9 की दूसरी कोठी नंबर 122 को भी आज अपने कब्जे में ले लिया है। बिशन बंसल फिलहाल एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अनिल जिंदल, फूफा नानक चंद तायल और उनके डॉयरेक्टर मामा विनोद गर्ग आदि के साथ ही नीमका जेल की कोठरियों में बंद है। बैंक ने बिशन बंसल की उक्त कोठी का मेन गेट सीलकर उस पर बैंक के पोजीशन का नोटिस चस्पा कर दिया। उक्त मकान बिशन बंसल के पिता मोठुका गांव के सरपंच रहे नानकचन्द बंसल के नाम है जोकि पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के समधी हैं।
ध्यान रहे कि चार दिन पहले ही शुक्रवार, 14 जून को बिशन बंसल की सैक्टर-10 स्थित एक अन्य कोठी डी-2/54, डीएलएफ को भी बैंक ऑफ बड़ौदा अपने कब्जे में ले चुका है। बैंक ऑफ बड़ौदा की टीम जब बंसल निवास पर पहुंची थी तो बैंक की टीम ने बंसल परिवार को मकान में से अपना सामान हटाने के लिए मात्र आधा घंटा दिया। उक्त आलीशान महलनुमा मकान 1000 वर्ग गज में बना हुआ है। मकान तोषी बंसल और संजना बंसल के नाम पर है। महलनुमा मकान के दोनों प्रवेश द्वार बैंक ने पूरी तरह से सील कर दिया था। जिसमें कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता। जानकारी के मुताबिक जिस मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा ने उक्त मकान पर कब्जा लिया है, उस मामले में बैंक ऋण की राशि लगभग 68.90 करोड़ रुपये 10 अप्रैल, 2017 के दिन तक बकाया थी। उसके बाद का ब्याज और जुर्माना अभी इसके अतिरिक्त है।
काबिलेगौर रहे कि एसआरएस के चेयरमैन अनिल जिंदल व उनके सहयोगियों ने हजारों निवेशकों के हजारों करोड़ रुपए डकार रखे हैं जिन आरोपों चलते वे करीब डेढ़-दो साल से नीमका जेल की सलाखों के पीछे बंद हैं।
यही नहीं, एसआरएस व उनके निदेशकों ने शहर के अलग-अलग बैंकों से लोन के रूप में हजारों करोड़ रुपए लिए हुए हैं। इसी के चलते बैंकों की किश्तें ना चुकाने के चलते अब बैंकों द्वारा उनकी प्रॉपर्टी लगातार सील की जा रही हैं। बैंक की इस कार्रवाई से एसआरएस ग्रुप के अन्य सदस्यों मे भी हडकंप मच गया है।
वहीं इस मामले को एक अन्य मामले से जोड़ते हुए शहर के एक समाजसेवी मंगतराम सिंगला ने बताया कि नानकचंद सरपंच व उनके बेटे बिशन बंसल जोकि जेल में बंद है, ने चावला कालोनी, बल्लभगढ़ की अग्रवाल धर्मशाला को एसआरएस के करीब 58 लाख रूपये के चैक जारी कर रखे थे जोकि बाऊंस हो चुके हैं। इस संबंध में पुलिस में पिछले कई महीनों से जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। श्री सिंगला ने पुलिस कमिश्रर से इस मामले में भी उचित कार्यवाही करने की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *