मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 7 अप्रैल:
शहर के लोगों के लिए एक बड़ी बुरी खबर है। शहर में कोरोना पोजोटिव मरीजों की संख्या घटने की बजाए लगातार बढ़ती जा रही है। फरीदाबाद में कोरोना पोजोटिव मरीजों की संख्या अब बढ़कर 14 से 21 हो गई यानि कोरोना पोजोटिव मामले 7 ओर बढ़ चुके हैं। यह शहर के लोगों के लिए शुभ संकेत नहीं है।
ध्यान रहे कि निजामुद्दीन मकरज के तब्लीगी जमातियों के प्रकरण के बाद कोरोना मामले में कंट्रोल में आए भारत में एकाएक कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होते हुए काफी लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके चलते लोगों द्वारा अब मकरज जमातियों को मानव बम का नाम दिया गया है।
उप-सिविल सर्जन एवं जिला नोडल अधिकारी (कोरोना) डा० रामभगत ने बताया कि जिले में अब तक 1237 यात्रियों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है, जिनमें से 188 लोगों का निगरानी में रखने का 28 दिन का पीरियड पूरा हो चुका है। शेष 1049 लोग अंडर सर्विलांस हैं। कुल सर्विलांस में रखे गए लोगों में से 1216 होम आइसोलेशन पर हैं। अब तक 338 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थेए जिनमें से 254 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 63 की रिपोर्ट आनी शेष है। अब तक 21 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 19 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है तथा ठीक होने के बाद 2 को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है।
उन्होंने बताया कि सभी मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टॉफ को कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रकार पर्यावरण स्वच्छता और शुद्धिकरण के बारे में सरकारी व निजी विभागों के कर्मचारियों को दैनिक आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की पृष्ठभूमि को देखते हुए आम जनता को सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी हिदायतों की अनुपालना करने की सलाह दी जाती है।
लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि खांसी व छींकते समय रूमाल या तौलिया का उपयोग अवश्य करेंए हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोते रहें। जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। सार्वजनिक स्थलों व सभाओं में जाने से बचें। जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा की है, उन्हें राष्ट्रीय, राज्य या जिला हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना देनी चाहिए। उन्हें भारत में आगमन की तारीख से 28 दिनों के लिए सभी से अलग रहना है और किसी से भी स्पर्श करने से बचना है, भले ही उसमें कोई लक्षण न हों।

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