मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
हिसार, 11 सितंबर:
एक बार फिर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम यानि DHBVN विवादों में आ गया है। कारण है, DHBVN के एक अक्षीक्षक अभियंता (SE) पर दुष्कर्म यानि रेप करने का मुकदमा दर्ज होना जिसमें उसकी एक महिला साथी को भी SE के साथ आरोपी बनाया गया है। यह मुकदमा रामनगर कालोनी, आजाद नगर हिसार में रहने वाली एक 29 वर्षीय महिला की शिकायत पर दर्ज किया गया है जोकि मूल रूप से पीलीपूरा, तहसील तारानगर, जिला चुरु की रहने वाली है।
SHO थाना आजाद नगर पुलिस को दी शिकायत में पीडि़ता सोनिया (काल्पनिक नाम) ने कहा है कि 13 साल पहले उसकी शादी हुई थी तथा उसके तीन बच्चे एक लड़की व 2 लड़के है। शिकायत मेें पीडि़ता ने कहा है कि वह 5 साल अपने घर वाले से अलग होकर रामनगर, आजाद नगर, हिसार में रहने लग गई थी। जबसे ही लड़का उसके पास व लड़की उसके पति के पास रहती है। काम धंधे के तौर पर वह गुजर बसर के लिए जागरण मण्डली में गीत गाती है।
पीडि़ता का कहना है कि रोशनी पत्नी अतर सिंह निवासी गांव मंगाली जटान का साथ उसके साथ आना जाना था। रोशनी ने उससे कहा कि मैं तुझे नौकरी लगवा दूंगी और रोशनी ने मुझे हरिदत बिजली बोर्ड से मिलवाया और उसने मेरे घर आना जाना कर लिया। पीडि़ता का कहना है कि हरिदत बिजली बोर्ड ने मुझे शादी करने और सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया और मेरी बिना रजाबंदी के मेरे साथ जबरदस्ती दुष्कर्म करता रहा और मुझे धमकी दी कि अगर तुने इस बारे में किसी को बताया तो मैं तुझे व तेरे बच्चों को जान से मार दूंगा।
पीडि़ता ने शिकायत में कहा है कि गत् 08 सितंबर को समय करीब 10.15 रात को हरिदत बिजली बोर्ड मेरे घर आया और मुझे जबरदस्ती संबंध बनाने का दबाव डाला। जब मैंने मनाकर दिया तो मेरे साथ मारपीट की। हरिदत बिजली बोर्ड ने मेरे साथ करीब 6 महीने से लगातार शारीरिक शोषण कर रहा है और लगातार मेरी मर्जी के खिलाफ मेरे साथ दुष्कर्म किया है।
शिकायत में पीडि़ता ने रोशनी पत्नी अतर सिंह व हरिदत बिजली बोर्ड के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही कर न्याय दिलवाने की मांग ही है। IPC की धारा 376 (2) एन, 323, 450, 506,120बी, 34 के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।
हालांकि मुकद्मे और शिकायत में अधिकारी की कोई पोस्ट नहीं दशाई गई है सिर्फ नाम का उल्लेख किया गया है। लेकिन जिस हरिदत पर उक्त मुकदमा दर्ज हुआ हैं वो फिलहाल चीफ इंजीनियर ऑफिस में SE Works के तौर पर पोस्टिड हैं।
अब देखना यह है कि इस मामले में क्या सच्चाई निकलकर सामने आती है।

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