मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट
फरीदाबाद, 21 मार्च:
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को लेकर शहर में तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं। कोई कह रहा है सैक्टर-15ए में कोरोना का मरीज पाया गया तो कोई सैक्टर-9, 37, 7 तो कहीं एनआईटी के विभिन्न इलाकों में कोरोना के मरीज होने की चर्चाएं आम हो चली हैं। इस कारण लोगों के मन में बेवजह कोरोना के प्रति एक अजीब सा डर बैठ गया है। जहां देखो वहीं कोरोना को लेकर बातें हो रही हैं।
अगर धरातल पर आकर देखा जाए तो अभी तक मंगलवार को ही स्पेन से वापिस आई सैक्टर-11 फरीदाबाद निवासी एक 55 वर्षीय महिला के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई जो भी कि फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। इस महिला की फिलहाल एक रिपोर्ट पोजिटिव आई बताई जा रही हैं। और वह फिलहाल मैट्रो हॉस्प्टिल के डॉक्टरों की निगरानी में उपचाराधीन है। साथ ही उनके पति भी मैट्रो में आईसीयूलिन पर हैं।

महिला मरीज खतरे से बाहर: डॉ. बंसल
मैट्रो हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित महिला का अपनी टीम के साथ इलाज कर रहे हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉ. एसएस बंसल का कहना है कि उनके हॉस्पिटल में एडमिट कोरोना संक्रमित महिला मरीज खतरे से बाहर है और उन्हें फिलहाल कोई प्रोब्लम नहीं हैं। एक-दो दिन में वो उनका दोबारा से टेस्ट कराकर उसी एनसीडीसी लैब में भेजेंगे जहां से उनकी रिपोर्ट पोजोटिव आई थी। डॉ. बंसल का मानना है कि उन्हें उम्मीद है कि अब उनके मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव ही आएगी।

कोरोना से डरने की जरूरत नहीं, सिर्फ सावधानी बरतें: यशपाल यादव
फरीदाबाद के उपायुक्त यशपाल यादव जोकि इस मामले में पल-पल की खबर रख रहें और सोशल मीडिया के माध्यम से स्वयं भी लोगों को कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं, ने कहा है कि शहर की जनता को कोरोना से डरने की जरूरत नहीं हैं, वे सिर्फ इसे लेकर सावधानी बरतें और सोशल डिस्टेंस बनाकर इसके संक्रमण को समाप्त करने में अपनी भागेदारी करें। साथ ही उन्होंने रविवार, 22 मार्च को जनता कफ्र्यू को सफल बनाने की अपनी करते हुए इस संंकट की घड़ी में संयम बरतने की अपीन की है।

वहीं दूसरी तरफ मैट्रो प्लस ने अपनी जांच-पड़ताल में पाया है कि उपरोक्त के अलावा अभी तक फरीदाबाद में कोरोना का कोई दूसरा केस सामने नहीं आया है। वो बात अलग है कि विदेश से आया कोई व्यक्ति या परिवार यदि सुरक्षा की दृष्टि से स्वास्थ्य विभाग में अपना चेक-अप कराने या आईसियूलेट होने पहुंच जाता है तो उसी के बारे में शहर में अफवाह फैला दी जा रही है कि फलां-फलां को कोरोना है।
ऐसा ही एक मामला सैक्टर-7सी में सामने आया जहां दो अलग-अलग मकानों में रह रहा गोयल और शर्मा परिवार इस तरह की अफवाहों का बेवजह शिकार हो रहा है। इनमें से गोयल परिवार की एक महिला दुबई में जहां अपनी बेटी से मिलकर लौटी हैं, वहीं शर्मा परिवार जोकि डेंटिस्ट हैं, अमेरिका में रह रहे अपने डॉक्टर बेटे से मिलकर वापिस लौटा है। एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय पुलिस और आरडब्ल्यू के प्रधान के परामर्श पर अपना चेक-अप बीके हॉस्पिटल में क्या कराया, पूरे शहर में यह अफवाह जोरों से फैल गई कि सैक्टर-7सी में उपरोक्त दोनों परिवारों को कोरोना है। जोकि पूरी तरह से गलत हैं। सैक्टर-7 पुलिस चौकी इंचार्ज सुरेन्द्र और आरडब्ल्यूए प्रधान केसी शर्मा की माने तो दोनों परिवार पूरी तरह से ठीक और स्वस्थ हैं तथा उनमें दूर-दूर तक कोरोना के कोई लक्षण तक नहीं हैं। इनको लेकर शहर में उड़ रही चर्चाओं को इन्होंने मात्र अफवाह करार दिया।
अब हम बात करें बडख़ल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एनआईटी के एनएच-5सी/27 की तो यहां पड़ोसियों की किसी फोन कॉल की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य विभाग एक युवक को जोकि जोर्जिया से आया गया तथा पेशे से डॉक्टर बताया जा रहा है, को एम्बुलेंस में अपने साथ बीके ले गई जहां उसका चेकअप करने के बाद उसमें उनको कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले तो उन्होंने उसे वापिस घर भेज दिया। बताया जा रहा है कि चूंकि वह विदेश से तीन-चार दिन पहले ही यहां आया था तो वह स्वास्थ्य सुरक्षा के चलते एकांत में रह रहा था जिसको पड़ोसियों ने शक के आधार पर उसे कोरोना का मरीज समझ लिया।
ऐसे ही सैक्टर-37, 9 और 15ए में कोरोना मरीज होने की जो चर्चाएं चल रही हैं, वे सब अफवाह मात्र हैं जिनमें कोई सच्चाई नहीं हैं।
मैट्रो प्लस मीडिया ग्रुप अपने पाठकों के माध्यम से लोगों से अपील करता है कि वो इधर-उधर की अफवाहों पर ध्यान ना देते हुए इस नाजुक समय में अफवाहों से बचे और कोरोना से बचाव के लिए डरने की बजाए सावधानी बरते।

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