Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 13 सितंबर:
भारतीय वाल्वज और सतयुग दर्शन परस्पर एकजुट होकर स्किल्ड बेस्ड ट्रेनिंग पर फोकस केंद्रित करेंगे और शिक्षण संस्थान में स्किल्ड डवलपमैंट के लिए नई संभावनाओं पर कार्य किया जाएगा। भारतीय वाल्वज और सतयुग दर्शन के बीच गत् दिवस इस संबंध में एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये जिसका मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत के लिये युवा वर्ग को तैयार करने, उन्हें स्वावलंबी बनाने और शिक्षण संस्थान में तकनीकी रूप से युवाओं को दक्ष बनाने के लिये कार्य करना है। एमओयू पर भारतीय वाल्वज के प्रबंध निर्देशक जेपी मल्होत्रा व निदेशक गौतम मल्होत्रा द्वारा हस्ताक्षर किये गये।
एमओयू के अनुसार भारतीय वाल्वज सतयुग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नालॉजी को प्रत्येक संभव योगदान प्रदान करेगी ताकि इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को औद्योगिक परिवेश के अनुरूप स्किल्ड बनाया जा सके। यही नहीं, युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने, उन्हें तकनीकी रूप से दक्ष बनाने, नई तकनीक से अवगत कराने और इस संबंध में विशेष लैक्चरर उपलब्ध कराने का प्रावधान भी एमओयू के अनुरूप किया जाएगा।
गौतम मल्होत्रा ने बताया कि एमओयू के अनुसार भारतीय वाल्वज विद्यार्थियों को इंटर्नरशिप प्रदान करेगा जबकि प्लेसमैंट संबंधी सुविधाएं भी आल इंडिया काउंसिल आफ टैक्नीकल एजुकेशन के दिशा-निर्देश अनुसार उपलब्ध कराई जाएंगी।
सतयुग दर्शन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग की एकेडमिक डीन डा. संगीता त्रेहान ने भारतीय वाल्वज के प्रबंध निर्देशक व डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा का आभार व्यक्त करते कहा कि निश्चित रूप से यह एमओयू युवाओं के भविष्य व आत्मनिर्भर भारत की ओर साकारात्मक कदम सिद्ध होगा।
श्रीमति चारू स्मिता ने स्किलिंंग व रि-स्किलिंग के संबंध में प्रत्येक संभव योगदान का विश्वास दिलाया।
इस अवसर पर सर्वश्री जेपी मल्होत्रा, गौतम मल्होत्रा, चारू स्मिता, डा. संगीता, परमजीत सिंह, सुमित राठी, एलएस चौहान, कुलदीप सिंह बिस्ट, सोनिया मेहरा व अन्य लोगों की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।

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