मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 25 फरवरी:
हरियाणा सरकार का बजट आने वाला है। इसके मद्देनजर लोगों को अच्छी मेडिकल सुविधा देने और सरकारी डाक्टरों के हित को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) फरीदाबाद की प्रधान डॉ.पुनीता हसीजा और मीडिया प्रभारी डॉ.सुरेश अरोड़ा ने सरकार को अपने कुछ सुझाव भेजे हैं।

  1. क्योंकि गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों के लिए गंभीर बीमारियों के इलाज़ की व्यवस्था नहीं है, इसके लिए या तो सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर या किसी ओर तरीके से अस्पताल बनाए जाने बहुत जरूरी है। ये लोग प्राइवेट अस्पताल में महंगा ईलाज नहीं करवा सकते।
    2 सिविल हॉस्पिटल में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशयलिटी डॉक्टर उपलब्ध करवाने के लिए आकर्षित पैकेज देने पड़ेंगें अन्यथा वो इन जॉब्स को ज्वाइन नहीं करते हैं या जल्दी छोड़ देते है। क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में बहुत ज्यादा इंसेंटिव है। ये सरकार के लिए बहुत कठिन कार्य है, लेकिन जरूरी है। यदि सैलरी नहीं बड़ा सकते तो आकर्षित एडिशनल इंसेंटिव जोड़े जा सकते हैं।
    3 रूरल/ग्रामीण एरिया में डॉक्टर रोकने के लिए एक्स्ट्रा इंसेंटिव और अच्छी लिविंग कंडीशंस और अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करनी चाहिए जिससे डाक्टर वहां रुकने के प्रेरित हों।
    4 आयुष्मान योजना में सरकार ने पैकेज रेट पहले से कम कर दिए हैं। इसके  तहत गरीबों को इलाज दिलाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों को आकर्षित करने के लिऐ पैकेज रेट घटाने की बजाए बढ़ाने चाहिए। उनकी तरफ सॉफ्ट एटीट्यूड होना चाहिए। इससे बड़े अस्पताल भी इस योजना में शामिल होंगे।
    5 कोविड से लड़ते हुए जिन डॉक्टर्स ने अपनी जान गंवाई है, उनका मुआवजा जल्द से जल्द सरकार को देना चाहिए।
    6 कोरोना वायरस महामारी में डॉक्टर्स की भागीदारी और योगदान को मद्देनजर रखते हुए उनकी एसोसिएशन को हर जिले में कार्यालय बनाने के लिए स्थान दिया जाना चाहिए। इसकी घोषणा डॉक्टर्स-डे पर एक जुलाई को की जा सकती है।

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