मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
चंडीगढ़, 16 नवंबर:
हरियाणा और UP के बॉर्डर पर यमुना में पानी पी रहे गोवंश पर गोलियां चलाने के आरोप में यूपी के बेहट थाने में पूर्व राजस्व मंत्री निर्मल सिंह पर केस दर्ज किया गया है। जहां फायरिंग हुई वहां निर्मल सिंह का घोड़ों का फार्म है।
FIR यूपी के गांव बरथा कोरसी निवासी माम हुसैन ने दर्ज कराई है।
बेहट थाने के SHO आनंददेव मिश्र ने कहा कि इस संबंध में पक्ष लेने के लिए निर्मल सिंह से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी तरफ से जवाब नहीं आया।
घटना 12 नवंबर की है। हुसैन का कहना है कि FIR के लिए बेहट पुलिस के पास गया तो कहा कि घोड़ों का फार्म हरियाणा की हद में है, वहां जाओ। हरियाणा पुलिस ने कहा कि घटना यूपी की सीमा में हुई है, वहीं केस दर्ज होगा। बाद में यूपी के गौरक्षक एवं हिंदू नेता हरीश राष्ट्रवादी ने सोशल मीडिया के माध्यम से पीएम, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और हरियाणा पुलिस को की।
आखिर में बेहट पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने निर्मल सिंह और अन्य के खिलाफ उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम की धारा 3,5, 8 में केस दर्ज कर लिया है। FIR में निर्मल सिंह का पता और पिता का नाम अज्ञात लिखा है। हुसैन का आरोप है कि 12 नवंबर को वह अपने गोवंश को लेकर यमुना के पास चराने गया था। जब गोवंश नदी में पानी पीने लग गए। वहां पर हरियाणा की तरफ निर्मल सिंह का फार्म हाउस है। निर्मल सिंह पांच साथियों के साथ वहां पर घूम रहा था और गोवंश पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। वहां पर उस समय उसकी तीन गाय थी। दो गायों का पता नहीं लगा है। एक घायल गोवंश को वह अपने घर ले गया था।
ध्यान रहे कि अप्रैल 2018 में भी बेलगढ़ में फायरिंग के आरोप लगे थे, कोर्ट से बरी हुए
पूर्व मंत्री निर्मल सिंह का बेलगढ़ में घोड़ा फार्म है जो हरियाणा से लेकर यूपी की सीमा तक फैला है। अप्रैल 2018 में फार्म हाउस के रास्ते को लेकर विवाद हो गया था। स्क्रीनिंग प्लांट संचालक मंडौली निवासी कर्ण सिंह ने पूर्व मंत्री निर्मल सिंह समेत 15 लोगों पर फायरिंग और लूटपाट का केस दर्ज कराया था।
1 साल 5 महीने और 6 दिन कोर्ट में चले केस में कुल 23 गवाह पेश हुए। ज्यादातर ने यही कहा कि उन्होंने मौके पर निर्मल को फायरिंग करते नहीं देखा। शिकायतकर्ता कर्ण सिंह ने कहा कि उसका पूर्व मंत्री से कोई झगड़ा ही नहीं हुआ। अंधेरे में उसे नहीं मालूम किसने फायरिंग की। इस वजह से सभी आरोपी बरी हो गए थे।
काबिलेगौर रहे कि हरियाणा सरकार में राजस्व मंत्री रहे निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा ने कुमारी शैलजा के विरोध पर कांग्रेस टिकट ना मिलने पर कांग्रेस का दामन छोड़कर अम्बाला छावनी और अम्बाला शहर से चुनाव लड़ा था।

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