Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
पलवल/ होडल , 12 अगस्त:
होडल विधानसभा क्षेत्र में अपनी सामाजिक गतिविधियों से लगातार लोकप्रिय होती जा रही डॉ. नवीन रोहिला को जिस प्रकार सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने बिना किसी प्रोगाम के अचानचक कल अपनी पार्टी में शामिल किया उससे उन नेताओं में बैचेनी पैदा हो गई है जो यहां से पार्टी टिकट के प्रबल दावेदार बने हुए थे। डॉ. रोहिला के साथ जिस प्रकार उनके हजारों समर्थक भी कल रविवार को भाजपा में शामिल हो गए उससे उन नेताओं की सांसें रूकी की रूकी रह गई जो भाजपा की टिकट अपनी जेब में मानकर चल रहे थे। डॉ. रोहिला के पार्टी में शामिल होते ही यहां के राजनैतिक समीकरण ही बदल गए हैं।
काबिलेगौर रहे कि आगामी विधानसभा चुनावों के चलते डॉ. नवीन रोहिला पिछले काफी समय से होडल विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर डोर-टू-डोर और नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही थी और क्षेत्र में एक लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित हो चुकी थीं। लेकिन जिस तरीके से कल वेे एकाएक अपने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा पार्टी में शामिल हुई उससे उन लोगों के मंसूबों पर पानी फिर गया जो भाजपा की टिकट पर विधायक बनने का सपना संजोये हुए थे।
गौरतलब रहे कि पलवल की अनाज मंडी में केंद्रीय राज्यमंत्री चौ० कृष्णपाल गुर्जर ने डॉ. नवीन रोहिला को उनके हजारों समर्थकों के साथ कल पटका पहनाकर पार्टी में विधिवत् रूप से शामिल कराया था। और इसके गवाह बने थे राज्यसभा सांसद डी.पी. वत्स, सांसद रमेश कौशिक सोनीपत, यूपी के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, भिवानी के सांसद धर्मवीर सिंह, हरियाणा सरकार में लेबर बोर्ड के वाईस चेयरमैन हरिप्रकाश गौतम, बिजली विभाग के पूर्व चीफ इंजिनियर आरएन गर्ग, मांगेराम कटारिया, सतवीर पार्षद सहित लगभग दो दर्जन गांवों के पंच-सरपंच, पार्षद तथा अन्य गणमान्य अतिथिगण। जिस समय केंद्रीय राज्यमंत्री चौ० कृष्णपाल गुर्जर ने डॉ. नवीन रोहिला को पार्टी का पटका पहनाया उस समय अनाज मंडी का कार्यक्रम स्थल डॉ. नवीन रोहिला जिन्दाबाद के नारों से गूंज उठा था।

सरकारी नौकरी छोड़ समाजसेवा के लिए चुनावी रणक्षेत्र में उतरी डॉ.नवीन रोहिला:-
समाजसेवा का अपना एक अलग ही जुनून होता है, जो हमें देखने को मिला डॉ.नवीन रोहिला में। मिसेज रोहिला में ना जाने कहां से एकाएक ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए कुछ काम करने की ऐसी इच्छा जागृत हुई कि उन्होंने सरकारी नौकरी की भी परवाह नहीं की और वो गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल जैसे महत्वपूर्ण पद को छोड़कर लोगों की सेवा में जुट गईं। खास बात तो यह है कि इसके लिए उन्होंने शहरी क्षेत्र जहां वे अपने परिवार के साथ रहती हैं, की बजाए होडल विधानसभा जैसे उस पिछड़े क्षेत्र को चुना जहां के लोगों को वास्तव में उनकी जरूरत थी।
एक पढ़े-लिखे सभ्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली डॉ.नवीन रोहिला को समाजसेवा की प्रेरणा अपने उन ससुर रामरिख रोहिला से मिली जोकि आज इस दुनिया में नहीं हैं। बकौल रोहिला उन्होंने अपने ससुर के इस दुनिया से जाने के बाद उनके सपनों को पूरा करने की ठानी और अपनी उस सरकारी नौकरी को भी ठोकर मार दी जिसे पाने के लिए लोग मारे-मारे फिरते हैं।
ध्यान रहे कि प्रमुख समाजसेवी रामरिख रोहिला की होडल विधानसभा क्षेत्र में अपनी एक अलग ही पहचान थी और वहां की जनता उन्हें इस बार 2019 के विधानसभा चुनावों में विधायकी का चुनाव लड़ाकर विधायक बनाना चाहती थी। लेकिन उनके अकस्मात् निधन के कारण जनता का यह सपना पूरा होने से पहले ही खत्म हो गया। इसलिए जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए अब डॉ.नवीन रोहिला चुनावी रणक्षेत्र में उतरी हैं और इसके लिए बाकायदा उन्होंने होडल विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह नुक्कड़ सभाएं करने के साथ-साथ डोर-टू-डोर जाकर लोगों से मिलना भी शुरू कर दिया। जहां लोग उन्हें अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराकर उनमें अपना विश्वास भी दिखा रहें हैं।
डॉ.नवीन रोहिला ने मैट्रो प्लस को बताया कि इस क्षेत्र के नेताओं ने अभी तक क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ नहीं किया है। विधायक व मंत्री बनने के बाद भी यहां के नेताओं ने लोगों की समस्याओं को दूर करने की बजाए उनको ओर अधिक गर्त में धकेलते हुए अपनी तिजोरियों को भरने का कार्य किया है। बार-बार अपनी मुखोटा बदलकर इन नेताओं ने अब तक जनता को सिर्फ छला है।
काबिलेगौर रहे कि डॉ.नवीन रोहिला के पति एम.एल. रोहिला जहां दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) में अधीक्षक अभियंता (एसई) जैसे बड़े ओहदे पर हैं वहीं उनकी सास सुनहरा देवी होडल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गांव डाढौतां की सरपंच रहीं हैं और इनका रोहिला परिवार राजनीतिक रूप से होडल विधानसभा में काफी मजबूती रखता है। क्षेत्र की जनता में इस रोहिला परिवार की काफी अच्छी पकड़ है। रोहिला परिवार एक शिक्षित और मिलनसार परिवार माना जाता है, जिस परिवार के ज्यादातर मेंबर सरकारी नौकरी में हैं।

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