जस्प्रीत कौर
फरीदाबाद, 30 सितम्बर:
विश्व रक्तदान दिवस के पूर्व वेला पर केएल मेहता दयानन्द महाविघालय की छात्राओं को रक्तदान के विषय पर सेमिनार का आयोजन रेडक्रास फरीदाबाद के द्वारा किया गया। जिसमें आईएसबीटीआई व एड्स कंट्रोल सोसायटी, पंचकुला के मोटीवेटर डॉ. एमपी सिंह बतौर मुख्यवक्ता आमन्त्रित थे।
आजीवन सदस्य रैडक्रास व सैन्ट जॉन एम्बूलेंस डॉ. एमपी सिंह ने अपने सम्बोधन मे कहा कि नियमित समयांतराल पर रक्त दान करने से स्वास्थ्य परीक्षण होता रहता हैं और भंयकर बीमारियों से बचाव होता रहता हैं। रक्तदाता को यह पुन्य व परोपकार का काम करके गर्व महसूस होता है। एक रक्तदाता एक ही यूनिट रक्तदान करके तीन से चार लोगों की जिंदगी को बचाता है और थैलासिमिक व एनीमियाग्रसित लोगों के लिए वरदान सिद्ध होता है। डॉ. सिंह ने अपने वक्तव्य मे कहा कि महिलाएं एक साल तीन बार (हर चार माह के अंतराल पर) रक्तदान कर सकती हैं।
रैडक्रास के आजीवन सदस्य दर्शन भाटिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि रक्तदान वही कर सकता हैं जो स्वस्थ्य होता है और स्वस्थ रहने के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हर छात्र पांच प्रकार के अनाज की रोटी खाकर व गुड चने का सेवन करके भी स्वस्थ रह सकता हैं।
इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वंदना ने आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया और आश्वस्त किया कि विश्व रक्तदान दिवस पर कम से कम दो सौ छात्राएं व अध्यापिकाएं रक्तदान करेंगी और डेंगू से निजात दिलाने के हमारे कॉलेज की छात्राएं हमेशा आगे रहेंगी। इस अवसर पर एनएसएस के इंचार्ज डॉ. मीनू, डॉ. पूनम भी उपस्थित थी।
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