मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 02 दिसम्बर:
सिडबी के महाप्रबन्धक डा. एस.एस. आचार्य ने कहा है कि वित्त व इन्फ्रास्ट्रक्चर औद्योगिक परिवेश में सबसे आवश्यक पहलू है और इस संबंध में उद्योगों से संबंधित विभाग व संस्थान तत्परता से अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। डा. आचार्य ने कहा है कि कई बार यह महसूस किया जाता है कि जागरूकता के अभाव के चलते नीतियों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित नहीं किया जा पाता परन्तु इस संबंध में भी औद्योगिक संगठन जिस प्रकार अपनी भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं वह सराहनीय है। यहां क्षेत्र के प्रमुख औद्योगिक संगठन DLF Industries एसोसिएशन द्वारा आयोजित 8वें DLF बिजिनेस सम्मिट-2019 में विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए डा. आचार्य ने कहा कि सिडबी औद्योगिक संस्थानों को वित्त संबंधी सुविधा प्रदान करने के लिए अग्रणी है।
उन्होंने उद्योग प्रबन्धकों से आहन किया कि इन सिडबी की योजनाओं को यथासम्भव लाभ उठाएं। समिट ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर और फाईनैंस की टीम पर आधारित थी, जिसे एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा के नेतृत्व व एसोसिएशन की गवर्निेग बॉडी के दिशा-निर्देश में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर ने आना था परन्तु संसद सत्र के कारण वे नहीं आ सके।       
इससे पूर्व डीएलएफ इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने कहा कि वित्त व इन्फ्रास्ट्रक्चर का परस्पर गहन संबंध है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि सरकार द्वारा जो योजनाएं बनाई जाती है और जो घोषणाएं की जाती है उन्हें एक निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए। अधिकतर मामलों में देखा गया है कि जो योजनाएं तैयार की जाती है वे एक निर्धारित समय सीमा में पूर्ण नहीं हो पाती जिससे न केवल उस योजना की लागत बढ़ जाती है बल्कि उससे वे सभी पक्ष भी प्रभावित होते हैं जिन्हें इन योजनाओं के कारण किसी भी रूप में लाभ मिलना होता है।
श्री मल्होत्रा ने लागत, समय पर क्रियान्वयन, न्यूनतम दरों पर वित्त की उपलब्धता, MSME को फंडस की उपलब्धता, लम्बित भुगतान, श्रम व अन्य सेवाओं की बढ़ती लागत के संबंध में विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए कहा कि इस संबंध में ठोस व प्रभावी कार्य नीति समय की मांग है। इस संबंध में शीेर्ष संगठनों से भी प्रभावीकर्ययोजना का परिचय देने व संबंधित मांगों व सुझावों को केन्द्र सरकार तक और अधिक प्रभावी ढंग से पंहुचाने की मांग की।
उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए MSME फैडरेशन ऑफ इण्डियन चैम्बर्स आफ कामर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के को-चेयरमैन एचपी कुमार ने DLF इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा दिए गए सुझावों का समर्थन करते हुए कहा कि इस संबंध में फिक्की नई दिल्ली को केन्द्र सरकार के समक्ष इन सुझावों को रखना चाहिए।      
NSIC के निदेशक पी उदय कुमार ने MSME सैक्टर के विकास में NSIC की भूमिका की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए सरकार की इस नोडल एजेंसी की योजनाओं को यथासंभव लाभ उठाने का आग्रह किया।      
DLC सुश्री सुधा चौधरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रम व प्रबन्धन ही उद्योग की स्थापना व प्रगति के आधार हैं। समस्याएं आना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। सुश्री चौधरी ने कहा कि वे सदैव परस्पर एकजुट होकर से समाधान की पक्षधर रही हैं और श्रम विभाग भी इस दिशा में प्रयासरत है।      
कोटक महिन्द्रा बैंक के स. इन्द्रमोहन ओबराय ने MSME सैक्टर के लिए कोटक महिन्द्रा द्वारा जारी योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोटक महिन्द्रा अपने ग्राहकों को सेवा देने के क्षेत्र में अग्रणी वित्तीय संस्थान है जो अपनी समयबद्धता व उच्च मूल्य सेवाओं के लिए ही जाना जाता है। उन्होंने एमएसएमई सैक्टर से जुड़े लोगों से कोटक महिन्द्रा से जुडऩे का आहवान् किया।      
जेपी मल्होत्रा ने केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का संदेश पढ़कर सुनाया जो संसद सत्र के कारण समिट में नहीं आ सके।
8वीं DLF बिजनेस समिट में विशिष्ट सेवाओं व उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए सर्वश्री सतीश गोंसाई (सिक्योरिको इलैक्ट्रानिक्स), विजय गुप्ता (सिद्ध मास्टरबैचस), तनुज गोयल (एटीएम एक्सपोर्टस), प्रो.एस सी गुप्ता व पियुष गोयल (गुन्नु निटस), जगजीत सिंह लाम्बा व तरूण लाम्बा (इम्पीरियल आटो इन्डस्ट्रीज) को सम्मानित किया गया।
समिट में 175 से अधिक MSME सैक्टर के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यकम में सर्वश्री एचके बतरा, टीसी धवन, केके नांगिया, भुपेन्द्र सिंह, विजय राघवन, एसके बतरा, एमएल शर्मा, एससी गुलाटी, एमएल गोयल, ऋषि अग्रवाल, रविभूषण खत्री, एमपी रूंगटा, एचएल भुटानी, रवि वासुदेव, संजय वधावन, योगेश गुप्ता, आरसी खंडेलवाल, अभिनय मित्तल, अजय भुटानी, एसके लूथरा, विशाल मल्होत्रा, ओपी बागडिय़ा, जेसी अहलावत, मोहिन्द्र मेहतानी सहित बैंकों, सिडबी, एनएसआईसी अधिकारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
इस अवसर पर समिट सोविनियर भी जारी किया गया।
कार्यक्रम में सर्वश्री डा. एचपी कुमार, डा. एसएस आचार्य, पी उदयकुमार और एचके बतरा का विशेष रूप से स्वागत भी किया गया।
धन्यवाद प्रस्ताव एसोसिएशन के महासचिव विजय आर राघवन ने प्रस्तुत किया। डीएलएफ इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन की 17वीं वार्षिक आमसभा के साथ आयोजित यह समिट अपने आप में एक अद्वितीय प्रदर्शन रहा जिसकी सभी उपस्थितजनों ने सराहना की और एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा व उनकी टीम को इसके लिए बधाई भी दी।

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