मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 19 मार्च: विवादों से लगता है कि राजा बल्लू की नगरी बल्लभगढ़ से भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा का चोली-दामन का साथ है। विवाद हैं कि थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पिछले दिनों मूलचंद शर्मा द्वारा बल्लभगढ़ की सड़कों को गंगाजल से धोने के बयान के बाद हुआ विवाद अभी ठंडा ही नहीं पड़ा था कि अब एक ओर नए विवाद ने जन्म लेकर राजनैतिक लोगों को उनके खिलाफ बैठे-बिठाए एक नया मुद्दा दे दिया है। वो नया मुद्दा है भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा के सीकरी स्थित मिलन फार्म पर बिजली निगम की विजिलेंस टीम द्वारा छापा मार डायरेक्ट चोरी पकडऩा।
एक तरफ जहां देशभर में लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है और चुनाव आचार संहित लग चुकी हैं, वहीं दूसरी तरफ इसके चलते मांद/बिल में छिपा अधिकारी वर्ग भी अपना तबादला ना होने के डर से अब बाहर निकल आया है। अपनी मांद से बाहर निकलते ही बिजली निगम की विजिलेंस टीम ने एसडीओ, जेई, एएलएम आदि अपने 13 सदस्यीय दस्ते के साथ सबसे पहले धावा बोला सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक मूलचंद शर्मा के सीकरी स्थित मिलन फार्म पर।
विजिलेंस टीम के एसडीओ अमित सेमवाल और दिनेश के नेतृत्व में गई इसी टीम ने मिलन फार्म पर छापा मारकर वहां बिजली निगम की सब-मेन लाईन से सीधे चोरी पकड़ी। बिजली निगम के अधिकारियों के मुताबिक बिजली चोरों ने बिजली निगम की सब-मेन लाईन से जा रही पीवीसी केबल में कट मारकर डायरेक्ट सप्लाई ले रखी थी जोकि बिजली चोरी का सीधा मामला है। विजिलेंस टीम को मौके पर 21 किलोवाट से ज्यादा लोड मिला है जिस पर कि करीब-करीब 6 लाख रूपये का जुर्माना लगेगा। विजिलेंस टीम ने किसी विवाद/आरोप से बचने के लिए मौके पर मौजूद होटल कर्मचारी संजय दुआ के सामने पूरे घटनाक्रम की फोटोग्राफी/विडियोग्राफी भी की है जोकि दिनेश द्वारा की गई है।
बताया जा रहा है कि इस मिलन फार्म को किसी रवि भाटिया ने पिछले दो-तीन साल से लीज पर ले रखा है। जबकि वहां जो बिजली का कनेक्शन है वो मिलन रेस्टोरेंट के नाम पर ही है जिसका एकाऊंट नंबर-एफ 33-केके12-1670 है और एनडीएस केटेगरी से 10 किलोवाट का लोड सेंक्शन है।
वहीं यह भी बताया जा रहा है कि पिछले करीब दो साल से मिलन फार्म के संचालकों द्वारा बिजली का बिल भी नहीं भरा गया है और ना ही बिजली निगम द्वारा इनका कनेक्शन काटा गया है। सुत्रों के मुताबिक मिलन फार्म द्वारा अंतिम बिल 31 मार्च, 2017 को भरा गया था और तब से वो डिफाल्टर चला आ रहा है। निगम खाते के हिसाब से जो भुगतान मिलन फार्म को करना है वो 3 लाख, 8 हजार, 75 रूपये है जिसको भरने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2019 है।
वहीं दूसरी तरफ यह मामला अब राजनैतिक रूप ले रहा है जिससे जीरो टोलरेंस वाली भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का दावा करने वाली मनोहर लाल खट्टर सरकार की किरकिरी हो रही है।


इस मामले में कांग्रेस की पर्यावरण प्रकोष्ठ की प्रदेश कॉर्डिनेटर व प्रवक्ता पराग शर्मा ने कहा है कि जब बाढ़ ही खेत को खाने लगे तो फिर खेत का क्या होगा। और जब शासन यानि सरकार में बैठे जनता के नुमाईंदे/प्रतिनिधि ही सरकार को चूना लगाने लगे तो फिर ओरों से क्या उम्मीद की जा सकती है। उनका कहना है कि वो तो पहले से ही कह रही थी कि ये चोरों की सरकार है और अपने को चौकीदार कहकर जनता को गुमराह कर रहे है। गंगाजल की आड़ में अपने पाप छुपा रहे है। मिलन रेस्टोरेंट के मालिक बिजली की चोरी करते हुए अब बेनकाब हो चुके हैं। ऐसे चौकीदार चोरों पर 6 लाख का जुर्माना कम है, इन्हें तत्काल जेल भेजना चाहिए। गंगाजल को अपमानित करने के कारण ही मां गंगा ने इनके पापों का पर्दाफाश किया है। यहां सरकार द्वारा एक गरीब आदमी का 200 रुपये बिजली का बिल समय पर न देने से उसका कनेक्शन काट कर उसे अंधेरे में जीने को विवश कर दिया जाता है। यहां सरकार के संरक्षण में धड़ल्ले से लाखों की बिजली चोरी हो रही थी। पराग का कहना है कि इस सरकार के पाप का घड़ा अब भर गया है। आने वाले चुनाव में ये न केवल सत्ता से बाहर होंगे बल्कि इनके और भी काले कारनामे जनता के सामने आएंगे।
जो भी हो, इस बिजली चोरी के कारण भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा की किरकिरी हो रही है। चाहे उन्होंने मिलन फार्म लीज पर दिया हो, लेकिन नाम तो मालिक का ही खराब होता है। 

 

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