नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 18 दिसम्बर: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त भारती अरोड़ा द्वारा चलाये जा रहे ‘सेफ सिटी फॉर वूमैनÓ नामक कार्यक्रम के परिणाम सामने आने लगे हैं। इस कार्यक्रम से आई जागरूकता के परिणामस्वरूप शहर की जागरूक महिलाएं व व्यक्ति छोटी बच्चियों के खिलाफ हो रहे यौन शोषण को लेकर अब सामने आ रहे है। इसी क्रम में 10 साल की बच्ची को हवस का शिकार बनाने वाले आरोपी पिता को पकड़वाकर कुछ महिलाओं व एक व्यक्ति ने न केवल सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि इस गंभीर अपराध में कार्रवाही करने में कोताही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को भी निलम्बित करा दिया। पुलिस ने ऐसे लोगों को सम्मानित किया है, ताकि वे दूसरे लोगों को लिए उदाहरण बन सकें। सम्मानित किए गए इन लोगों में इन्द्रा कालोनी निवासी अंजू, पिंकी शर्मा के अलावा कम्पनी मालिक बालजी श्रीवास्तव व एक अन्य महिला भी शामिल है। पुलिस का मानना है कि जब तक समाज के लोग इस तरह के यौन शोषण को रोकने में आगे नहीं आयेगें, पुलिस भी अधिक कुछ नहीं कर पायेगी।
बकौल संयुक्त आयुक्त पुलिस भारती अरोड़ा 27 नवम्बर को एक 10 साल की बच्ची को उसके अपने ही पिता ने हवस का शिकार बना डाला। पड़ौस की महिलाओं को जब उसकी मां से पता चला तो वे उसे काम करने वाली कम्पनी के मालिक बालजी श्रीवास्तव के पास लेकर गई। जहां कम्पनी मालिक ने बच्ची का ब्यान एक मोबाइल फोन में विडियो के रूम में रिकार्ड किया और सैक्टर-7 पुलिस चौकी कार्रवाही के लिए गए। लेकिन चौकी इंचार्ज विनोद कुमार ने कोई कार्रवाही नहीं की। बाद में ये लोग उनसे मिले और अरोपी पिता के खिलाफ मामला दर्ज कराकर लड़की का मेडीकल कराया गया जहां बलात्कार की पुष्टि हो गई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पिता को गिरफ्तार करके संबंधित चौकी इंचार्ज विनोद कुमार को निलम्बित कर दिया है।
भारती अरोड़ा के अनुसार उनके द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के तहत पुलिस के पास इस तरह के बहुत अधिक मामले सामने आ रहे है। अकेले सराय स्कूल से 55 शिकायतें आई है। जिनमें लड़कियों के साथ रास्ते व स्कूल में छेडख़ानी की शिकायत अधिक है। इसके अलावा पारिवारिक सदस्य द्वारा एक 10 साल की लड़की के साथ कुकर्म करने का मामला भी आया है। पुलिस ने दो मामले दर्ज करके चार नाबालिग लड़कियों की शादी भी रूकवाई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *